मटकी तोड़े, माखन खाए फिर भी सबके मन को भाये,
राधा के वो प्यारे मोहन, महिमा उनकी दुनिया गाये।
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आएंगे,
एक बार आ गए तो कभी नहीं जायेंगे।
सांवरे तेरी मोहब्बत को, नया अंजाम देने की तैयारी हैं,
कल तक मीरा दीवानी थी, आज मेरी बारी हैं।
राधे-राधे जपो चले आएंगे बिहारी,
आएंगे बिहारी चले आएंगे बिहारी।
हर पल आंखों में पानी हैं क्योंकि चाहत में रुहानी हैं
मैं हूँ तुझसे, तू हैं मुझसे, अपनी बस यही कहानी हैं।
राधा की कृपा, कृष्णा की कृपा, जिस पर हो जाए,
भगवान को पाए, मौज उड़ाए, सब सुख पाए।
सच्ची मोहब्बत का अंजाम अगर निकाह होता,
तो रुक्मणि की जगह राधा का स्थान होता।
चारों तरफ फैल रही हैं, इनके प्यार की खुशबू थोड़ी-थोड़ी
कितनी प्यारी लग रही हैं, साँवरे-गोरी की यह जोड़ी।।
कर भरोसा राधे नाम का धोखा कभी ना खायेगा,
हर मौके पर कृष्ण तेरे घर सबसे पहले आयेगा।
मधुवन में भले ही कान्हा किसी गोपी से मिले,
मन में तो राधा के ही प्रेम के हैं फूल खिले।
दे के दर्शन कर दो पूरी प्रभु मेरे मन की तृष्णा
कब तक तेरी राह निहारूं, अब तो आओ कृष्णा।
मन, तू अब कोई तप कर ले,
एक पल में सौ-सौ बार राधे कृष्ण नाम का जप कर ले।
सुनो कन्हैया जहाँ से तेरा मन करे, मेरी जिन्दगी को पड़ लो पन्ना चाहे,
कोईं भी खोलो हर पन्ने पर तेरा नाम होगा मेरे कान्हा।।
एक तुम्हारे ख्याल में हमने
ना जाने कितने ख्याल छोड़े हैं सांवरिया।।
जिस पर राधा को मान हैं, जिस पर राधा को गुमान हैं,
यह वही कृष्ण हैं, जो राधा के साथ हर जगह विराजमान हैं।
रंग बदलती दुनियाँ देखी, देखा जग व्यवहार,
दिल टूटा तब मन को भाया ठाकुर तेरा दरबार।
राधा ने श्री कृष्णा से पूछा, प्यार का असली मतलब क्या होता हैं,
श्री कृष्णा ने हँस कर कहा, जहाँ मतलब होता हैं वहां प्यार ही कहाँ होता हैं।
प्यार दो आत्माओं का मिलन होता हैं,
ठीक वैसे हीं जैसे प्यार में कृष्ण का नाम राधा और राधा का नाम कृष्ण होता हैं।
कृष्ण ने राधा से पूछा ऐसी एक जगह बताओ, जहाँ में नहीं हूँ,
राधा ने मुस्कुरा के कहा, बस मेरे नसीब में।
प्यार सबको आजमाता हैं,
सोलह हज़ार एक सौ आठ रानियों से मिलने वाला श्याम, एक राधा को तरस जाता हैं।
राधा ने किसी और की तरफ देखा हीं नहीं, जब से वो कृष्ण के प्यार में खो गई,
कान्हा के प्यार में पड़कर, वो खुद प्यार की परिभाषा हो गई।
बैकुंठ में भी ना मिले जो वो सुख कान्हा तेरे वृंदावन धाम में हैं,
कितनी भी बड़ी विपदा हो चाहे समाधान तो बस श्री राधे तेरे नाम में हैं।
राधा कहती हैं दुनियावालों से, तुम्हारे और मेरे प्यार में बस इतना अंतर हैं,
प्यार में पड़कर तुमने अपना सबकुछ खो दिया, और मैंने खुद को खोकर सबकुछ पा लिया।
मुझको मालूम नहीं अगला जन्म हैं की नहीं, ये जन्म प्यार में गुजरे ये दुआ मांगी हैं,
और कुछ मुझे जमाने से मिले या ना मिले, ए मेरे कान्हा तेरी मोहब्बत ही सदा मांगी हैं।
राधा की चाहत हैं कृष्ण, उसके दिल की विरासत हैं कृष्ण,
चाहे कितना भी रास रचा ले कृष्ण दुनिया तो फिर भी यही कहती हैं राधे कृष्ण राधे कृष्ण।
हर शाम किसी के लिए सुहानी नही होती, हर प्यार के पीछे कोई कहानी नही होती,
कुछ तो असर होता हैं दो आत्मा के मेल का, वरना गोरी राधा, सावले कान्हा की दीवानी ना होती।
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